एनसीसीएफ के चेयरमैन श्री वीरेन्द्र सिंह जो पुनः निर्वाचित हुए हैं, अपने इस कार्यकाल में सहकारिता सम्राट की काया पलट करने की योजना बना रहे है हैं. इंडियनकोऑपरेटिव.काम से बात करते हुए श्री सिंह ने कहा कि राज्य सहकारी संघों से संपर्क उनके एजेंडा के शीर्ष पर है.
इफको, कॄभको ऑर यहां तक कि नफेड भी अपना व्यापार राज्य स्तर के परिसंघों तक पहुंचा रहे है लेकिन एनसीसीएफ ने अब तक ऐसा कुछ नहीं किया है जिससे संबंध कमजोर हो रहा है – श्री सिंह ने कहा.
श्री सिंह को आशा है कि खाद्यान्न सुरक्षा विधेयक में एनसीसीएफ की मुख्य भूमिका रहेगी. आश्वस्त श्री सिंह ने जोर देकर कहा कि शरद पवार के पास एनसीसीएफ को किसानों ऑर उपभोक्ताओं के बीच एक सेतु के रूप में स्थापित क्ररने की योजना है.
एनसीसीएफ को बेहतर बनाने के लिए एक कार्य समूह गठित किया गया था जिसके मुखिया भारत सरकार के सचिव श्री राजीव अग्रवाल हैं. अन्य सदस्य हैं – राजस्थान सरकार के सहकारी सचिव, महाराष्ट्र सरकार के सहकारी सचिव ऑर एनसीसीएफ के चेयरमैन. समूह ने अपनी रपट तैयार कर ली है. इसे १९ अगस्त को सरकार के समक्ष प्रस्तुत किए जाने की संभावना है. इसमें एनसीसीएफ के लिए ६५० करोड की सिफारिश की गई है ऑर देश भर में माडल खुदरा दुकानें, प्राप्ति केंद्र, गोदाम, भंडारघर, आदि खोलने का लक्ष्य है.
एफसीआइ के गोदामों में लाखों टन अनाज सड जाने की खबर की दॄष्टि में यह असंभव नहीं है कि केंद्रीय कॄषि मंत्री एनसीसीएफ को बडी भूमिका सौंपें.
श्री वीरेन्द्र सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त की एनसीसीएफ सरकार को पांच करोड का लाभांश चेक देने जा रहा है. रकम छोटी है लेकिन यह पहली बार है कि एनसीसीएफ लाभांश देने जा रहा है.
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एनसीसीएफ के चेयरमैन श्री वीरेन्द्र सिंह अपने इस कार्यकाल में सहकारिता सम्राट की काया पलट करने की योजना बना रहे है बहुत अ्चा है…