दिल्ली सरकार लोगों को प्याज की आसमान छूती कीमतों से राहत दिलाने का प्रयास कर रही है जिसमें नफेड और एन.सी.सी.एफ. भी शामिल हो गए है. दिल्ली सरकार ने लगभग 400 दुकानों से ६०-७० रु. किलो की जगह ४० रु. पर बिक्री शुरू की है .
एनसीसीएफ के अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह जो सरकार के प्रयास में मदद करने के लिए दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं, ने कहा कि सरकार इस लडाई में अकेले नहीं है क्योंकि उपभोक्ता सहकारी भी प्याज की कीमतों से राहत दिलाने में लोगों के साथ हैं और हर संभव प्रयास कर रहे हैं.
दिल्ली विकास मंत्री राज कुमार चौहान ने कहा कि प्याज मदर डेयरी के 288 आउटलेट, केन्द्रीय भंडार भंडार के 85 ,नेफेड के पांच और एनएनसीसीएफ की 13 दुकानों पर उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराई जा रही है. उपभोक्ता एक बार में अधिकतम दो किलो प्याज खरीद सकते हैं.
इससे पहले, मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने एक उच्च स्तरीय बैठक में स्थिति की समीक्षा की और चयनित दुकानों से उचित दर पर प्याज की बिक्री अनुमति दे दी.
बैठक में दीक्षित ने अधिकारियों को थोक और खुदरा बाजार पर सख्त निगरानी रखने के निर्देश दिए और उन्हें जमाखोरों और कालेबाजारियों के खिलाफ छापे जारी रखने को कहा. उन्होंने जनता से अपील भी की कि उन्हें घबडाने की जरूरत नहीं है क्योंकि बाजार में पर्याप्त मात्रा में प्याज उपलब्ध है . उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्याज की कीमतों में जल्द ही गिरावट आएगी. अधिकारियों ने कहा कि विभिन्न जगहों पर छापे मारने के कारण थोक मंडी में प्याज की आवक में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.