शहरी सहकारी बैंकों ने वाणिज्यिक बैंकों को कम से कम एक प्रमुख मानदंड के आधार पर पीछे छोड़ दिया है. इसके लिए वे यश के भागी हैं. जहां व्यावसायिक बैंकों का क्रेडिट जमा अनुपात घटा है, वहीं शहरी सहकारी बैंकों के अनुपात में वृद्धि दर्ज की गई है.
नाबार्ड द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक शहरी बैंकों का सीडी अनुपात पिछले वर्ष के 107 प्रतिशत से बढ़कर 141 प्रतिशत हो गया है. वाणिज्यिक बैंकों के संबंध में यह आंकड़ा नीचे की ओर गिरा है.
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के अनुसार सभी बैंकों की कुल जमा राशि में है 22.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
कुल अग्रिम में 28.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, यथा – 2,86,061.87 करोड़ रुपए से बढ़्कर 3,68,405.92 करोड़ रुपये.