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जाखड़ का निधन: इफको की भविष्य के लिए तैयारी

इफको के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र जाखड़ के आकस्मिक निधन से सहकारिता जगत स्तब्ध है.  परिवार के सूत्रों के अनुसार वह बंदूक साफ कर रहे थे जो अचानक चल गई जिससे  मौके पर ही उनकी मृत्यु हो गई.

इफको ने अपने गुड़गांव के कार्यालय का नाम बदल कर “सुरेन्द्र जाखड़ टॉवर” रखने की घोषणा की है. भावुक प्रबंध निदेशक श्री यू.एस अवस्थी ने भी पारादीप इकाई का नाम “सुरेन्द्र जाखड़ नगर” के रूप में परिवर्तित करने की घोषणा की है.

इफको के बोर्ड की शोक सभा 20 जनवरी बुलाई गई है. बैठक में भावी कार्रवाई की दिशा के बारे में भी फैसला हो सकता है. इफको के उप-नियमों के अनुसार अध्यक्ष की अनुपस्थिति में बैठक की अध्यक्षता उपाध्यक्ष करेंगे.

लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि क्या श्री जाखद़ के आकस्मिक निधन के बाद अध्यक्ष का पद उपाध्यक्ष संभालेंगे. इस बात पर अंतिम निर्णय बोर्ड ही लेगा. उपाध्यक्ष श्री एन.सी. पटेल इस घटना के बाद चर्चा में आ गए हैं. श्री पटेल को एक समर्पित गांधीवादी माना जाता है जो तड़क-भड़क से दूर रहते हैं.

प्रबंध निदेशक श्री अवस्थी के नेतृत्व में इफको टीम मंगलवार की सुबह पंजाब के रवाना हो गई, जहां दिवंगत आत्मा के अंतिम संस्कार किए जाएंगे. मृतक के पिता श्री बलराम जाखड़ भी दिल्ली से जा रहे हैं.

तीन भाइयों में माझिल श्री सुरेंद्र जाखड़ पूरी तरह से खेती और किसानों को समर्पित थे. अपने दोनों भाई, जो राजनीति में हैं, के विपरीत, श्री जाखड़ ने पूरी दुनिया को एक सहकारिता में जोड़ने का सपना देखा था.

वह इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पिछले 10 वर्षों तक अथक यात्रा करते रहे.  उनके निधन से केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक अपूरणीय क्षति है. वैश्विक सहकारिता गांव बनाने की कल्पना को साकार करने की इच्छा वाले अन्य सपूत के पैदा होने में वर्षों लगेंगे.

भारतीयसहकारिता.कॉम उनके आकस्मिक निधन पर अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता है और उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता है.

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