NCUI के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के चयन के लिए हुए साक्षात्कार का परिणाम अभी तक आना बाकी है. सूत्रों के मुताबिक चयनकर्ताओं के पैनल के भीतर अंतर्विरोध के कारण इस प्रक्रिया को एक झटका लगा है.
पैनल मे चार लोग शामिल थे – NCUI के अध्यक्ष, केन्द्रीय रजिस्ट्रार, NCUI के उपाध्यक्ष जी एच अमीन और संगठन के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री बी.डी.शर्मा.
पैनल में बी.डी.शर्मा की मौजूदगी पर कई लोगों ने सवाल उठाया है. सूत्रों के अनुसार, श्री शर्मा को चयन प्रक्रिया में भाग लेने के लिए एक विशेषज्ञ के रूप में योग्य पाया गया था.
यह भी कहा जा रहा है कि केंद्रीय रजिस्ट्रार इस बात से खुश नहीं है कि अनीता मनचंदा जो साक्षात्कार की पात्रता के मानदंड को भी पूरा नहीं करती थीं को सूचीबद्ध किया गया. उनको फिर भी इस कमजोर तर्क पर सूचीबद्ध किया गया था कि वह एक्टिंग मुख्य कार्यकारी हैं .
जो भी कारण हो, यह वास्तव में दुःखद है कि सहकारी समितियों का शीर्ष संगठन पिछले दो वर्षों से एक उपयुक्त मुख्य कार्यकारी ढूँढने में सफल नहीं हुए.
इस बार भी साक्षात्कार को सम्पन्न हुए एक महीने से भी अधिक हो गया है.
पाठकों को पता होगा कि 10 उम्मीदवारों को सूचीबद्ध किया गया था, जिसमें शामिल हैं – एक आईएएस अधिकारी और एक पूर्व वन सेवा अधिकारी, श्री वी.एस. राव; गोवा सरकार में खाद्य सचिव, श्री अमित प्रसाद; पूर्व आईएफएस और वर्तमान में कृभको में मानव संसाधन निदेशक के रूप में कार्यरत.
कुछ अन्य उच्च प्रोफ़ाइल उम्मीदवार दौड़ की शुरुआत में ही पिछड़ गये थे. FISHCOFED के एमडी बीके मिश्रा उन में से एक हैं और NCUI के एस सत्यनारायण दूसरे नंबर पर हैं.