भारत की पिछली यात्रा में बराक ओबामा ने कई लोगों को प्रभावित किया. दिलचस्प की बात यह है कि वापस जाने के बाद भी वे उनलोगों को नहीं भूल सके हैं और उनसे सम्पर्क करते हैं. ऐसा ही एक महिला चेतना सिन्हा जो मध्य प्रदेश के सतारा जिले में गरीब महिलाओं के लिए प्रेरणा और अशा के स्रोत बन गई हैं.
श्रीमती सिन्हा एक सहकारी बैंक – ‘मान देशी महिला सहकारी बैंक’ – चलाती है जो महिलाओं द्वारा महिलाओं के लिए है. यह 1997 में स्थापित हुआ और तब से सूक्ष्म वित्त में अग्रणी रहा है.
अब अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय संबंधों की अवर सचिव लाएल ब्रेनार्ड इस बैंक की यात्रा करने वाली हैं जो वहां सूक्ष्म वित्तपोषण के गुर सीखेंगी. एक अनुवर्ती के रूप में, जाहिर है, ओबामा ने उन्हें भारत में ग्रामीण व्यापार मॉडल का अध्ययन के लिए भेजा है.
इस बैंक में एक लाख से अधिक ग्राहक हैं. बैंक महिलाओं के लिए समूह-ऋण, बचत, बीमा और पेंशन की योजनायें चलाता है. श्री ब्रेनार्ड विशेष रूप से बैंक द्वारा ग्रामीण महिलाओं के लिए मोबाइल बिजनेस स्कूल (MBSRW) शुरू करने की पहल देखने के लिए गये हैं.