मुख्य कार्यकारी अनीता मनचंदा के इस्तीफा का नाटक NCUI को आज तक परेशान किए हुए है. NCUI की शासी परिषद की बैठक के बाद जल्दी ही उन्होंने कथित तौर पर पद छोड़ने की इच्छा व्यक्त की थी. लेकिन बाद में अध्यक्ष श्री चन्द्र पाल सिंह यादव के कहने पर उन्होंने पद पर रहना स्वीकार कर लिया.
विश्वसनीय सूत्रों के ज्ञात हुआ है कि वह मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पद, जिस पर वह लगभग दो साल तक रही, और वेतन मिलने के बाद रिटायर होना चाहती है. NCUI के लिए उनकी इच्छा का पालन करना मुश्किल लग रहा है. एक तो वह अपने पद पर कभी नियमित नहीं हुईं और दूसरे वह सिर्फ एक कार्यकारी निदेशक थी. NCUI का तर्क है कि वह मुख्य कार्यकारी के पेंशन लाभ का दावा नहीं कर सकती हैं.
मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में उनकी सेवानिवृत्ति से उनके मासिक पेंशन में 25 हजार रुपए का फर्क होगा. इसी बीन उनकी दबाव की रणनीति जारी है.
भारतीयसह्कारिता.कॉम से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिस दिन नया मुख्य कार्यकारी कार्यभार संभालेगा, वह उसी दिन पद छोड़ देंगी. हालांकि NCUI के सिरी फोर्ट रोड कार्यालय में उनके निजी सामान की पैकिंग जारी रही.
सूत्रों के मुताबिक नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिनेश मिश्रा 8 अप्रैल को पदभार संभालने वाले हैं.