भारत में सहकारिता आंदोलन के लिए यह गर्व की बात है कि आंदोलन ने अमूल के उत्पादों के माध्यम से राष्ट्र का ध्यान आकृष्ट किया है क्योंकि शीर्ष नेता एक दूसरे को अमूल बच्चा कह कर बुला रहे हैं. इसका श्रेय एक रचनात्मक लेखक दा कुन्हें को जाता है, जो नये और पुराने दोनो को अमूल बच्चा के रूप में दिखा कर स्थिति को भुना रहे हैं.
पूरी कहानी केरल के मुख्यमंत्री वी.एस. अचुतानन्द से जुड़ी है जिन्होंने राहुल गाँधी को अमूल बच्चा कहा था. राहुल गांधी ने एक चुनाव अभियान के दौरान 87 वर्षीय माकपा के दिग्गज नेता की बढ़ती उम्र का जिक्र किया था.
मुख्यमंत्री के भाषण को भुनाने के लिए गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (जीसीएमएमएफ) – जो अमूल के उत्पादों का विपणन करती है – ने इसी विषय पर एक विज्ञापन बना कर स्थिती को भुनाना शुरु कर दिया है.