एक बहुत बड़ा घोटला हुआ है जिसमें NCUI के अधिकारी शामिल हैं. इसके लिए प्रधानमंत्री कार्यालय ने कृषि मंत्रालय से स्पष्टीकरण मांगा है. बात देश के विभिन्न भागों में स्थित प्रशिक्षण इकाइयों के लिए NCCT द्वारा 40 व्याख्याताओं की नियुक्ति से संबंधित है.
घोटाले में लिप्त दो दागी अधिकारी हैं – NCCT के सचिव परमज्योति और पूर्व महानिदेशक अनीता मनचंदा. श्रीमती मनचंदा ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली है और परमज्योति अपना कार्यकाल के पूरा होने के बावजूद पद पर बने हैं.
संपूर्ण चयन प्रक्रिया संदिग्ध लगती है क्योंकि NCCT ने चयनित उम्मीदवारों की सूची प्रकाशित या घोषित नहीं की है.
आरोप है कि उम्मीदवार पूर्व चयनित थे और महानिदेशक और राष्ट्रीय सहकारी प्रशिक्षण परिषद (NCCT) के सचिव द्वारा आयोजित साक्षात्कार एक नाटक था. साक्षात्कार पूरे देश में दो चरणों में आयोजित किया गया जिसका एन केन्द्र दिल्ली में तथा दूसरा केंद्र हैदराबाद में था. उम्मीदवारों को परेशान और हतोत्साहित करने के उद्देश्य से साक्षात्कार स्थगित किया गया था.
अकेले हैदराबाद केन्द्र में 70 उम्मीदवार उपस्थित हुए और चयन की पूरी प्रक्रिया एक ही दिन में पूरी कर ली गयी.
आरोप है कि एक महिला उम्मीदवार जो जरूरी कागजात भी नही लाई थी, को साक्षात्कार में भाग लेने दिया गया और बाद में उसे नियुक्ति पत्र भी दिया गया. आरोप यह भी है कि कई अन्य उम्मीदवारों का भी इसी तरह चयन किया गया.