बिहार में सहकारी लड़ाई ने बदसूरत मोड़ ले लिया है. जे.डी.यू. गठबंधन और राजद, सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह की बर्खास्तगी के मुद्दे पर एक दूसरे के खिलाफ भिड़ गए हैं.
मंत्री को हटाने के लिए राजद की मांग जोर पकड़ती जा रही है. बिहार में विपक्ष के नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी नें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उस मंत्री को हटाने की मांग की.
पाठकों को पता होगा कि सहकारी मंत्री रामाधार सिंह को पिछले 16 वर्षों से फरार करार दिया गया है. उनके विरुद्ध एक मामला 1992 में औरंगाबाद जिले में सांप्रदायिक भाषण देने के आरोप में दर्ज किया गया था.
सिंह को मई 1995 में एक अदालत ने भगोड़ा घोषित किया था. उसके बाद वह बार-बार अदालत में पेश होने से बचते रहे.
अपनी ओर से मंत्री का कहना है कि वह कोई अपराधी नहीं हैं क्योंकि उनके खिलाफ न तो डकैती और न ही हत्या का मामला दर्ज है.