“सेवा” नामक गैर सरकारी संगठन की संस्थापिका इला भट्ट को शनिवार को हार्वर्ड विश्वविद्यालय के रैडक्लिफ उन्नत अध्ययन संस्थान द्वारा रेडक्लिफ इंस्टिट्यूट पदक से सम्मानित किया गया. यह सम्मान उनकी कृति “जीवन और काम जिससे समाज को लाभ हुआ है” की पहचान स्वरूप दिया गया.
भट्ट को वह पदक दिया गया जो हर साल ऐसे लोगों को दिया जाता है जो समाज को ठोस और सकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं. यह पुरस्कार परंपरा के तौर पर “रेडक्लीफ दिवस” पर दिया जाता है.
“जब महिलाओं की अपनी खुद की आय होती है, वे अपने तरीके से अपनी लड़ाई लड़ने में सक्षम होती हैं. उस के लिए, आर्थिक स्वतंत्रता एक कुंजी है.” भट्ट ने कहा.
“मेरे अनुभव में समग्र समुदायों के निर्माण में महिलाएं महत्वपूर्ण हैं ” उन्होंने कहा.
यद्यपि उनके कर्मचारी अभी भी समाज के “हाशिये” पर काबिज हैं, “लेकिन यह हाशिये वाले ही हैं जो समाज में वास्तविक परिवर्तन लाते हैं” भट्ट ने कहा.
भट्ट ने 1972 में “सेवा” की स्थापना की. “सेवा” की परिकल्पना एक महिला ट्रेड यूनियन के रूप में की गयी. अब यह एक एक गैर सरकारी संगठन है. यह संस्था छोटा ऋण, स्वास्थ्य, जीवन बीमा और बच्चे की देखभाल की सुविधा प्रदान करती है. सभी कार्य सौ से अधिक महिलाओं द्वारा संचालित सहकारी समितियों की देखरेख में चलते हैं. “सेवा” की सदस्य संख्या लगभग 1.3 मिलियन हो गई है.
भट्ट को सामाजिक न्याय के लिए उनकी लंबी लड़ाई के लिए पहचान मिली है.
पिछले साल नवंबर में, राज्य सचिव हिलेरी क्लिंटन ने भट्ट को ग्लोबल फेयरनेस इनिशिएटिव अवार्ड के अवसर पर सम्मानित किया था.
‘रैडक्लिफ दिवस’ संस्थान में महिलाओं का सालान समारोह है , साथ ही यह दिवस रैडक्लिफ कॉलेज और रेडक्लिफ इंस्टिट्यूट के पूर्व छात्र साथियों का भी वार्षिक उत्सव है.