अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा की भारत यात्रा पर भारतीयसहकारिता.कॉम ने एक स्टोरी की थी “इफको ने ओबामा का दिल चुराया”. बाद में इस वाक्यांश का बड़े पैमाने पर इफको द्वारा इसके न्यूज़लेटर्स में इस्तेमाल किया गया.
लेकिन शीर्षक के पीछे की कहानी धीरे-धीरे प्रकट हो रही है और ग्रामीण भारत में एक मौन क्रांति में शुरू हो रही है. यह इस बात के लिए नहीं है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने इफको संचार हाट पर टिप्पणी की. उन्होंने उस क्षमता को देखा जिसे हमारे अपने नेता नही देख पाती.
कर्नाटक में लगभग 50,000 किसानों हरे सिम कार्ड का उपयोग अपने मोबाइल फोन पर मौसम के पूर्वानुमान प्राप्त करने के लिए कर रहे हैं. बेंगलुरू मंड्या और मैसूर के आसपास के कई किसानों हरे सिम कार्ड का उपयोग कर रहे हैं, जिसके माध्यम से मौसम की भविष्यवाणी अग्रिम पांच दिनों में प्राप्त की जा सकती.
महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में दो लाख से अधिक किसान मौसम के पूर्वानुमान का लाभ उठा रहे हैं. संचार हाट अभी पूरे भारत में आना है लेकिन यह निश्चित रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में एक क्रांति का संकेत है.
इफको किसान संचार लिमिटेड (IKSL) 2007 में एयरटेल और स्टार ग्लोबल के साथ मिलकर ग्रामीण भारत में रहने वाले लोगों की सशक्तिकरण के लिए शुरू किया गया था.