तमिलनाडु राज्य ने दूग्ध-सहकारिता के प्रदर्शन को सुधारने पर ध्यान दिया है. इसके लिए एक व्यवस्थित दृष्टिकोण और उचित रणनीति अपनाई गई है. राज्य में दुग्ध-उत्पादक सहकारी समितियों, संघों और राज्य परिसंघों ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है.
वाणिज्यिक गतिविधियां, जैसे कि दूध की खरीद, प्रसंस्करण, द्रुतशीतन, पैकिंग और उपभोक्ताओं को दूध की बिक्री, आदि, जो अब तक तमिलनाडु डेयरी विकास निगम लिमिटेड द्वारा संचालित थीं, अब हाल में ही पंजीकृत तमिलनाडु सहकारी दुग्ध प्रोड्यूसर्स फेडरेशन लिमिटेड, जिसे “Aavin” के नाम से जाना जाता है, को हस्तांतरित कर दी गयी हैं. Aavin, राज्य में अब एक प्रमुख सहकारी संस्था के रूप में उभर रहा है.