2010-11 वित्तीय वर्ष के दौरान कृषि ऋण वितरण लक्ष्य से लगभग 14% अधिक रहा जो रुपये 4,26,531 करोड़ के लक्ष्य को पार कर गया.
सरकार ने इस वर्ष के दौरान 3,75,000 करोड़ रुपये का कृषि ऋण वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया था. सहकारी बैंकों ने 69000 करोड़ रुपये वितरित किये जबकि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों ने रु.43,000 करोड़ वितरित किए.
चालू वित्त वर्ष(2011-12) के लिए ऋण प्रवाह का लक्ष्य 4.75 लाख करोड़ रुपये तय किया गया है. बैंकों को विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों को प्रत्यक्ष ऋण प्रदान करने के लिए कदम उठाने को कहा गया है.
इन वर्षों में कृषि ऋण प्रवाह में महत्वपूर्ण उछाल दर्ज की गई है. यह वर्ष 2003-04 में 86,981 करोड़ रुपए से बढ़्कर वर्ष 2010-11 में 4,26,531 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.