पंजाब का गौरव Milkfed विकास के मार्ग पर अग्रसर है. इस वित्त वर्ष में इसे 18 फीसदी के विकास की संभावना है.
वर्तमान में Milkfed एक ही उत्पाद ‘घी’ का निर्यात दुबई, ओमान, बहरीन, दोहा, कुवैत, मस्कट, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और बांग्लादेश जैसे विभिन्न देशों में कर रहा है. मिल्कफेड इसके निर्यात का विस्तार सिंगापुर, मलेशिया, हांगकांग जैसे देशों में करना चाहता है.
औसतन मिल्कफेड 500 टन घी का निर्यात करता है जिसका मूल्य लगभग 15 करोड़ रुपये है. इसे मिल्कफेड 25 करोड़ रुपये तक बढ़ाना चाहता है.
Milkfed का दूध प्रसंस्करण संयंत्र लुधियाना में है जो निर्यात के लिए प्रमाणित है. दूध की बढ़ती आमद और घरेलू बाजार के विस्तार के मद्देनजत Milkfed चालू वित्त वर्ष के अंत तक 1,750 करोड़ रुपये के कुल कारोबार पर नजर गड़ाए हुए है. यह वृद्धि 18 फीसदी के ऊपर होगी.
इस वर्ष में Milkfed पूरे जोर-शोर के साथ 1500 नई सहकारी समितियों को अपने साथ जोड़ने वाला है. इससे पंजाब भर के छोटे डेयरी-किसानों के स्रोत से दूध की आमद को बढ़ावा मिलेगा. वर्तमान में, इसके साथ 6000 से अधिक समितियां जुड़ी हैं.