सारस्वत बैंक के 1,68,000 सदस्य 6 अगस्त को नए बोर्ड के 16 सदस्यों के लिए देश भर में 200 मतदान केंद्रों पर वोट डालेंगे. एक स्वतंत्र निर्वाचन अधिकारी श्री एच.पी. मिथुन इस निर्वाचन पर नजर रखेंगे. इन 16 सदस्यों में से 10 मुंबई, 4 राज्य के बाकी हिस्सों से और 2 भारत के बाकी हिस्सों से हैं.
कहा जाता है कि वर्तमान अध्यक्ष श्री एकनाथ ठाकुर के पुनः सत्तारूढ़ होने की संभावना उज्ज्वल है क्योंकि उनके कार्यकाल के दौरान बैंक महाराष्ट्र राज्य के सभी शक्तिशाली सहकारी बैंकों (MSCB) को पछाड़ कर नंबर एक के रूप में उभरा.
बैंक, जिसकी बैलेंस शीट करीब छह गुना आकार की हो गई है और पिछले 10 वर्षों में २८००० करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार का स्तर हासिल कर भारत का सबसे बड़ा शहरी सहकारी बैंक बन गया है.
सारस्वत बैंक 1918 में स्थापित किया गया था और लगातार 93 वर्षों से ‘ए’ वर्ग अर्जित किया है और अपने अस्तित्व के बाद से एक लाभ कमाने और लाभांश का भुगतान करने वाला बैंक बन गया है. महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, गुजरात, मध्य प्रदेश और दिल्ली में बैंक की कुल 226 शाखाएं हैं.