उर्वरकों की तस्करी की रिपोर्ट से चिंतित होकर सरकार ने प्रमुख प्रमुख पोषक तत्वों के अवैध व्यापार के खिलाफ सीमावर्ती राज्यों और रखवाली के अधिकारियों को सतर्क कर दिया है.
उर्वरक विभाग ने अंतरराष्ट्रीय सीमा वाले राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है कि वे केन्द्रीय/राज्य प्रवर्तन एजेंसियों की मदद से उर्वरकों की तस्करी में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करें.
इसके अलावा, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), तटरक्षकों और कस्टम जैसे अधिकारियों को अवैध निर्यात/उर्वरकों की तस्करी के खिलाफ सख्त निगरानी रखने के लिए सतर्क कर दिया गया है, ऊर्वरक राज्य मंत्री श्रीकांत कुमार जेना ने पिछले सप्ताह संसद में एक प्रश्न के उत्तर में कहा . उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों से पड़ोसी देशों को भारत से उर्वरकों की तस्करी की रिपोर्ट है.
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने भी पूर्वी और उत्तर पूर्वी राज्यों के माध्यम से सीमा पार उर्वरकों की तस्करी की घटनाओं का जिक्र किया है.
श्री जेना ने कहा था कि पोटाश Muriate (एमओपी) और डि-अमोनियम फास्फेट (डीएपी) की गुजरात से आम नमक और सोडा ऐश के रूप में पैक के अवैध निर्यात के मामले नोटिस में आए हैं. खेप कांडला बंदरगाह पर कस्टम अधिकारियों द्वारा जब्त किया गया है. इसी प्रकार, महाराष्ट्र सरकार ने भी सूचित किया है कि उर्वरक का अवैध रूप से निर्यात किया जा रहा है, मंत्री ने कहा था.