इफको के प्रबंध निदेशक श्री अवस्थी के शब्दों को दुहराते हुए कृषि राज्य मंत्री हरीश रावत ने लोकसभा को बताया कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले पांच वर्षों में देश के विभिन्न भागों में मृदा परीक्षण से पता चला है कि बहु-पोषक तत्वों की कमी का पता कई गहन-खेती क्षेत्रों में लग रहा हैं. पिछले पांच वर्षों के मृदा परीक्षण डेटा से पता चला है कि ZINK की 49 प्रतिशत कमी है जबकि सल्फर की कमी 41 फीसदी, बोरान 33 फीसदी और लोहा 12 फीसदी.
बहु-पोषक तत्वों की कमी के लिए मुख्य कारण उर्वरकों के उपयोग और बड़े क्षेत्रों पर एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन (INM) को लागू करने के लिए उपलब्ध खाद का अपर्याप्त मात्रा असंतुलित है, राज्य के कृषि मंत्री हरीश रावत ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में लोकसभा को सूचित किया. मृदा विज्ञान संस्थान द्वारा विभिन्न राज्यों में अलग मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं से मृदा परीक्षण पर डेटा का संकलन किया गया था.