रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर के.सी. चक्रवर्ती ने कृषि खंड में ग्रामीण ऋण की हिस्सेदारी को मजबूत बनाने के लिए कहा है.
वह फिक्की-आईबीए बैंकिंग शिखर सम्मेलन में बोले कि कृषि क्षेत्र में क्रेडिट प्रवाह बैंक शाखाओं या बैंकिंग संवाददाताओं के माध्यम से नहीं किया जा सकता लेकिन सहकारी क्षेत्र में सुधार के माध्यम से हो सकता.
कृषि ऋण में गिरावट के कारण की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि ब्याज छूट कृषि ऋण में मंदी का एक कारण है. उन्होंने कहा कि मूल्य निर्धारण के लिए बाजार आधारित कृषि के सभी क्षेत्रों के लिए ऋण की प्रभावी प्रवाह सुनिश्चित है.