पिछले बुधवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में हुए विस्फोट में इफको के प्रतिनिधि मौत हो गई. मेहताब सिंह दबास अपने बेटे रोहित दबास के साथ कुछ कानूनी काम से उच्च न्यायालय में आए थे. अन्य पीड़ितों की तरह उनको भी कोई अंदेशा नहीं था के उस दिन क्या होने वाला था.
56 वर्षीय मेहताब सिंह, दिल्ली में घेवरा क्षेत्र से इफको के प्रतिनिधि थे. इफको 40 हजार सहकारी समितियों का एक सहकारी महासंघ है और भारत भर में इसके 1000 प्रतिनिधि हैं. एक प्रतिनिधि आमतौर पर कई प्राथमिक समितियों का प्रतिनिधित्व करता है और सहकारी महासंघ की विभिन्न गतिविधियों में भाग लेता है. मेहताब सिंह का बेटा रोहित भी विस्फोट में घायल हो गया.
उच्च न्यायालय बम विस्फोट में 13 लोग मारे गए और 70 घायल हुए. इफको के डॉ. जीएन सक्सेना भारतीयसहकारिता.कॉम को बताया कि यह इफको परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है और उन्होंने मेहताब की मौत पर शोक व्यक्त किया.