गुजरात शहरी को-ऑपरेटिव बैंकों फेडरेशन (GUCBF) की 36वीं वार्षिक आम बैठक राजकोट में शनिवार को आयोजित की गई. इस अवसर पर बोलते हुए फेडरेशन अध्यक्ष ज्योतिन्द्र मेहता ने कहा कि सहकारी बैंकों ने लोगों को बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है.
जहां राष्ट्रीयकृत बैंक पहुंचने में असफल रहे हैं, हम वहां पहुँच गए हैं. उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों ने दूरदराज के क्षेत्रों में भी बैंकिंग सेवाओं की पेशकश करने का इंतजाम किया है.
नई शहरी सहकारी बैंकों को लाइसेंस देने की व्यवहार्यता पर वाइ.एच. मालेगाम के अध्ययन की सराहना करते हुए मेहता ने इस पर रिजर्व बैंक के फैसले का स्वागत किया.