भारतीय सहकारी परिदृश्य खाली है क्योंकि सभी शीर्ष नेता मैक्सिको के कैनकन में आईसीए महासभा में भाग लेने के लिए चले गए हैं. महासभा में नवम्बर 14-18, २०११ के दौरान सहकारिता के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष का आधिकारिक लांच आयोजित किया जा रहा है. घटना का विषय है “सहकारी उद्यम एक बेहतर दुनिया बनाएँ”.
आईसीए के इस सत्र को दूसरे मोर्चों पर भी महत्वपूर्ण मान लिया गया है क्योंकि बोर्ड का चुनाव शुक्रवार को होने वाला है. पाठकों को याद होगा कि लड़ाई के प्रारंभिक टग के बाद, इफको के उम्मीदवार श्री देवेगौड़ा भारत से आम सहमति के पसंद के रूप में उभरे हैं. इफको के चेयरमैन सुरेंद्र जाखड़ के असामयिक निधन के बाद पद खाली हो गया था. लेकिन श्रीलंका भी इस पद के दावेदारों में से एक है और भारतीय दावे के कमजोर होने की स्थिति में देवेगौड़ा की जीत आसान नहीं हो सकती है.