58वें अखिल भारती सहकारी सप्ताह के अवसर पर बोलते हुए योजना आयोग के सदस्य प्रोफेसर अभिजीत सेन ने कहा कि 12वीं पंचवर्षीय योजना में सहकारी समितियों को केंद्र के स्तर तक लाया जाएगा.
आज की तेजी से बदलती दुनिया और कड़ी प्रतिस्पर्धा में हाशिए के लोगों और दलितों वर्गों के लिए सहकारी समितियों की भूमिका पर कुछ कहने की जरूरत नहीं है. कई मॉडल है जो सहयोग के सिद्धांत पर काम कर रहे हैं. स्वयं सहायता समूह उनमें से एक है जो माइक्रो क्रेडिट के माध्यम से देश की महिलाओं को सशक्त बनाने के बिंदु में एक मामला है, उन्होंने कहा.