उर्वरक और रसायन राज्य मंत्री श्री श्रीकांत कुमार जेना ने शुक्रवार को संसद को बताया कि सहकारी विशाल इफको अपने शब्दों का मान रखेगा और उर्वरक देने के अपने संविदात्मक दायित्व का पालन करेगा चाहे अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य कैसा भी हो.
श्री जेना राज्यसभा में उर्वरकों की बढ़ती कीमतों से संबंधित एक प्रश्न का लिखित उत्तर दे रहे थे. रुपया का मुल्य गिरने के साथ उर्वरक के घरेलू मूल्य दुगूने हो सकते हैं.
Indiancooperative.com ने पहले ही इफको के प्रबंध निदेशक श्री यू.के अवस्थी का बयान छापा था जिसमें उन्होंने कहा कि वे 300 करोड़ रुपये का नुकसान उठा सकते हैं लेकिन ग्राहकों के लिए एक ही कीमत रखने की कोशिश करेगे.
उर्वरकों की बढ़ती लागत सरकार के लिए एक सिरदर्द बन गई है क्योंकि वर्तमान अंतरराष्ट्रीय स्थिति के बिगड़ने के मद्देनजर कीमत को बरकरार रखना मुश्किल लग रहा है.