हम लेख पर श्री अशोक दबास की प्रतिक्रिया नीचे दे रहे हैं-
“एन.सी.यू.आइ. में हुए एन.एफ.सी.एल. के कार्यक्रम पर खुला विवादः – मैं जोरदार तरीके से आपत्ति करता हूं. इस घटना को इस पोर्टल के कुछ संवाददाता द्वारा कवर किया जाता है. वह अच्छी स्थिति में नहीं है और यह लगता है कि इसका उद्देश्य अव्यक्त प्रयोजन के लिए मतभेद पैदा करना है. सच्चाई हमेशा सच्चाई रहती है और प्रबल रहेगी. मैंने मेरे जीवन के बीस साल सहकारी आंदोलन को दिया है और श्रम सहकारिता आंदोलन मेरे दिल के करीब है. मैंने हमेशा इसे मजबूत बनाने की कोशिश की है. ……ः