एक कदम जो कि तमिलनाडु में स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को उल्लेखनीय रूप से प्रभावित कर सकते हैं के द्वारा AIDMK के सहकारी विभाग ने एक नई बीमा योजना शुरू की है जिससे मुख्य रूप से दक्षिणी राज्य में गरीब लोगों की चिकित्सा जरूरतों को पूरा किया जाएगा. मदुरै में सहकारी मंत्री एस राजू ने कहा कि इस योजना के तहत एक उच्च स्तर की चिकित्सा सुविधाएं जरूरतमंदों को दी जाएगी.
नई योजना के तहत लगभग 100 पहचान पत्र वितरित किए गए हैं और प्रत्येक परिवार में 4 लोग खुद की चिकित्सा सुविधाओं के लिए 4 लाख रुपए मूल्य का लाभ उठाने में सक्षम हो जाएंगे. योजना से अकेले मदुरै जिले में लगभग सात सौ हजार लोगों को लाभ मिलने की उम्मीद है.
सहकारी मंत्री के अनुसार उनके विभाग ने पहले से ही दवा की 100 दुकाने खोल रखी हैं जहां लोगों को उचित मूल्य पर दवाएं मिलेंगी. ऐसे कुछ और मेडिकल स्टोर जल्द ही राज्य में स्थापित किए जाएंगे.
सहकारी मंत्री ने कहा कि उनका विभाग भी राज्य में सहकारी चिकित्सा अस्पताल की स्थापना करना चाहता है और वह जल्द ही इस विषय में मुख्य मंत्री के साथ बात करेंगे.
सहकारी मामलों पर जानकार सूत्रों का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा काम देश में सहकारी आंदोलन के इतिहास में एक मील का पत्थर सबित होगा.