आरोप है कि “बिहार सांसद और विधायक आवास निर्माण सहकारी समिति” ने राज्य के सांसदों, विधायकों और पार्षदों के लिए घरों के आवंटन में नियमों का उल्लंघन किया है. हाल ही में इस मुद्दे को विधान परिषद में उठाया गया था. अध्यक्ष तारा कांत झा ने वादा किया है कि मामले की जांच बिहार हाउसिंग सहकारी सोसायटी के महा पंजीयक द्वारा की जाएगी.
बिहार राज्य सहकारी मंत्री ने भी संकेत दिया है कि इस मामले की पूरी जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. महापंजीयक से रिपोर्ट जल्द ही मिलने की उम्मीद है.
उपरोक्त आवास सहकारी समिति अक्सर अपनी लापरवाही के लिए आलोचना झेलती रही है. इस घटना से उन लोगों को काफी दुख हुआ है जो बिहार के वर्तमान शासन के समर्थक है. इन लोगों की रॉय में बिहार को भ्रष्टाचार से दूर रखने की जरुरत है .