रिजर्व बैंक ने आधिकारिक तौर पर शहरी सहकारी बैंकों को सूचित किया है कि वे 2014 से नए अंतर्राष्ट्रीय लेखांकन मानदंडों IFRS को अपनाए।
भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि सभी बैंकों और एनबीएफसी के लिए अपने कौशल को सुधार कर, सूचना और प्रौद्योगिकी की संभावनाओं का उपयोग कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर की लेखांकन की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो सकते है।
यहां तक कि छोटे शहरी सहकारी बैंकों और वित्तीय कंपनियों से भी अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय मानकों को अपनाने की अपेक्षा की जाती है।
कारपोरेट मामलों के मंत्रालय ने भी स्पष्ट संकेत दिया है कि सभी वाणिज्यिक बारे में बैंकों को जल्द से जल्द अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग मानकों को अपनाना होगा।