नाबार्ड, भारत के विशिष्ट पहचान प्राधिकरण और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम जल्द ही अपने संयुक्त राय से मुंबई में ग्रामीण वित्तीय संस्थाओं के लिए उत्कृष्टता का एक केंद्र स्थापित करेगी।
केंद्र का लक्ष्य भुगतान सेवा और वित्तीय समावेशन के मामले में ग्रामीण और सहकारी बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थाओं को और अधिक प्रभावी ढंग से काम करने के लिए सक्षम करना होगा।
केंद्र वित्तीय सेवाओं के प्रत्यक्ष वितरण के क्षेत्र में प्रगति और आधुनिकीकरण का प्रतीक होगा और सरकारी सब्सिडी के वितरण का प्रभावी जरिया होगा।
खबर है कि बॉम्बे मे केंद्र की स्थापना से शहर के वित्तीय हलकों में उत्साह की लहर चलने लगी है।