नाबार्ड ने केरल में विभिन्न विकास गतिविधियों के लिए पांच हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने का फैसला किया है।
कोष का बड़ा हिस्सा कृषि विकास पर खर्च किया जाएगा। तमाम रकम सहकारी बैंकों के जरिए खर्च किया जाएगा।
ग्रामीण विकास के अलावा, एक बड़ा कोष ढांचागत विकास और भंडारण सुविधाओं पर खर्च किया जाएगा।
नाबार्ड ने वाटरशेड विकास, आजीविका के मुद्दों और गैर सरकारी संगठनों के प्रशिक्षण के रूप में अनेक परियोजनाओं पर पर्याप्त निधि खर्च करने की योजना बनाई है।
नाबार्ड द्वारा वित्तीय संसाधनों के मुहैय्या किए जाने से कम से कम केरल के ग्रामीण इलाकों में विकास की गति तेज होगी जानकार सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है।