सहकारी संघ के प्रबंध निदेशक की राष्ट्रीय स्तर की बैठक, एनसीयूआई में दिल्ली में आयोजित की गई और 30 अप्रैल, 2012 को 59वाँ अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह के रूप में नामकरण किया गया।
इस साल अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह अधिक महत्व रखती है, क्योंकि यह अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2012 के दौरान मनाया गया।
59वाँ अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह का उद्देश्य लोगों के बीच सहयोग की भावना को बढ़ावा देना और सामाजिक-आर्थिक विकास पर जोर देना है।
अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह हर साल 14 से 20 नवंबर तक राष्ट्रीय स्तर से जमीनी स्तर तक मनाया गया।
एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी डॉ.दिनेश ने सहकारी आंदोलन के मुख्य लक्ष्यों के रूप में समावेशी और समान विकास पर जोर दिया।
एनसीडीसी के मुख्य निदेशक, श्री डब्ल्यू. एम. रिज़वी ने सहकारिता में मूल्य वर्धन की जरूरत पर बल दिया।
फिशकोपफेड के प्रबंध निदेशक, श्री बी.के. मिश्रा ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण और कमजोर सहकारी अनुभाग महासंघों पर ध्यान देने की जरुरत है।
59वें सहकारी सप्ताह की बैठक में कुछ लक्ष्य को चुना गया जैसे- सहकारी समर्थकारी विधान, सहकारिता के माध्यम से समावेशी और समान विकास, सुदृढ़ीकरण और सहकारिता में मूल्य संवर्द्धन को बढ़ावा देना, नई उभरते क्षेत्रों में सहकारिता को बढ़ावा देना, सहकारिता को पेशा बनाना, सहकारी और उद्यमिता दिन, महिला और सहकारिता के माध्यम से कमजोर वर्ग का सशक्तिकरण आदि।