बिस्कोमॉन के पूर्व अध्यक्ष श्री सुनील सिंह बुधवार को पटना, बिहार में अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2012 की पूर्व संध्या पर राज्य स्तरीय सहकारी सम्मेलन का आयोजन किया है।
सुनील सिंह और उनकी टीम से बिहार की नीतीश सरकार ने शक्ति वापस ले ली है। सुनील सिंह राजद और जेडीयू गुटों के बीच लड़ाई में लंबे समय तक उस का हिस्सा रहे है।
भारतीय सहकारी कार्यक्रम एक बड़ी उपलब्धि होने जा रहा है क्योंकि राज्य भर से प्रतिनिधी इस समारोह में भाग ले रहे हैं, सुनील सिंह ने भारतीय सहकारिता डॉट कॉम को बताया।
सुनील सिंह के मुताबिक, तपेश्वर बाबू के परिवार के लोगों को छोड़कर हर कोई इस कार्यक्रम में भाग ले रहा है।
इससे पहले, विशाल सिंह ने पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अध्यक्ष सुनील सिंह के इस शो में कुछ नही है और वह एक असफल नेता है, ऐसा कहकर सुनील सिंह की आलोचना की। विशाल, नेफेड के पूर्व अध्यक्ष अजित सिंह के बेटे विशाल ने बिस्कोमॉन में गंभीर अनियमितताओं की तत्काल जांच की मांग की है।
सुनील सिंह अपनी इस सम्मेलन को सफल बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है। इस शो में एनसीयूआई के अध्यक्ष चंद्रपाल सिेह और नेफेड के वर्तमान अध्यक्ष बिजेन्दर सिंह, एनसीसीएफ के अध्यक्ष विरेंद्र सिंह और भी कई लोग मौजूद रहेंगे।
एनसीयूआई अध्यक्ष चन्द्रपाल सिंह दोनों विशाल और सुनील सिंह को पसंद करते है।
अपने पिता की मृत्यु के बाद विशाल सिंह को चंद्र पाल सिंह के संरक्षण से प्राप्त हुआ हुआ है और सहकारी समितियों की दुनिया से सुनील सिंह के निष्कासन के बावजूद कृभको बोर्ड पर उनका बने रहना चंद्रपाल सिंह के आशीर्वाद और समर्थन के कारण ही संभव हुआ है।
इस कार्यक्रम में 3000 प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है।