अमूल जल्द ही ऊँचे किस्म की इंडियन चॉकलिक बनाएगी, कंपनी गंभीरता से चॉकलेट उत्पादन व्यापार प्रारंभ करने की योजना बना रही है।
भारतीय सहकारिता से बात करते हुए, जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक आरएस सोढ़ी ने फोन पर कहा कि भारत में चॉकलेट व्यापार की विशाल संभावनाएँ है।
चॉकलेट बाजार विशेषज्ञों की राय में भारतीय कंपनी, अंतर्राष्ट्रीय कंपनी कैडबरी और नेस्ले को अपने घर के बाजार में अच्छी चुनौती दे सकता है।
भारत में वर्तमान चॉकलेट व्यापार करीब दो हजार करोड़ का है।
यह उल्लेखनीय है कि चॉकलेट भारतीय मिठाई जिसे मधुमेह का कारण माना जाता है के स्थान पर एक विकल्प के रुप में जोर शोर से उभर रहा है। यही कारण है कि अमूल चॉकलेट दुनिया में प्रवेश कर इस विशाल बाजार का फायदा उठाना चाहता है।