सीबीआई द्वारा पूर्व एमडी और उत्तरप्रदेश प्रसंस्करण और निर्माण सहकारी संघ के कुछ अन्य लोगों की गिरफ्तारी से एनआरएचएम घोटाले में नया मोड़ आया है।
इसके अलावा, उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों में से एक है कि वे रुग्ण सीएनसी धातु बनाने कि कंपनी की तरफदारी की जो कंपनी उत्तरप्रदेश के पूर्व मंत्री कुशवाहा के एक करीबी आदमी के वित्तीय हितों को देखने का काम करती थी।
सूत्रों का कहना है कि अवांछनीय तत्वों ने राज्य में सहकारी आंदोलन को अपने गिरफ्त में ले लिया है और वर्तमान सरकार उनको उखाड़ फेंकना चाहती है।