जैकब मन्नानल एक मानवतावादी है और उनकी पहल पर ही मुथोली सर्विस कॉ-ऑपरेटिव बैंक ने एक वृद्धाश्रम खोलने की घोषणा हाल ही में की है। मन्नानल 48 वर्षों से सहकारी आंदोलन को अपने कंधों पर लेकर कार्य कर रहे है।
बैंक 1957 के बाद से सेवारत है, केरल में इसके अध्यक्ष जैकब मन्नानल ने भारतीय सहकारिता से बात करते हुए कहा कि वह नए उद्यम का संचालन अगले महीने से कोट्टायम जिलों में करना चाहते है।
हालांकि, बैंक केवल लिखित संचार की अनुमति देता है जिसके लिए उन्होंने आगे बात करने से इनकार कर दिया।
मुथोली सर्विस कॉ-ऑपरेटिव बैंक देश की आबादी पर वरिष्ठ नागरिकों की बढ़ती जनसंख्या की चुनौती का सामना करने के लिए आगे आया है। बैंक आधुनिक झोपड़ियां और बुजुर्ग लोगों के लिए कॉटेज का निर्माण कर रहा है। बैंक पिछले दस वर्षों से इस परियोजना पर काम कर रहा है।
चार एकड़ भूखंड पर पुराने लोगों के रहने के लिए क्वार्टर का निर्माण किया जा रहा है, परियोजना का नाम “सहकारन विशरम्भवनम” है।
आज जब भारत आर्थिक परिवर्तन को दौर से गुजर रहा है और बड़ी संख्या में युवा दूर देशों में जाने के लिए अपने घरों को छोड़ रहे हैं, उस समय घर पर रह रहे बुजुर्ग लोगों की देखभाल की व्यवस्था की आवश्यकता हो जाती है।