पुणे के कॉस्मॉस बैंक जो देश की दूसरी सबसे बड़ी सहकारी बैंक है, ने यूसीबी भुवनेश्वर उड़ीसा को अपने नियंत्रण में ले लिया है।
भारतीय सहकारिता डॉट कॉम से बात करते हुए डॉ. मुकुंद अभ्यंकर, कॉस्मॉस बैंक के निदेशक ने कहा कि हमारी बैंक आसानी से अपने विशाल अनुभव के कारण नए अधिग्रहण का प्रबंधन कर सकता है।
यूसीबी भुवनेश्वर के पास 18 करोड़ रुपये के ऋण दायित्व के साथ 28 करोड़ रुपए जमा है, 14 करोड़ रुपए बुरा ऋण है, उन्होंने कहा।
यूसीबी भुवनेश्वर की पांच शाखाएं हैं और अब कई राज्यों में कॉस्मॉस शाखाओं की संख्या 129 हो जाएगी।
यह कॉस्मॉस का 17वाँ अधिग्रहण है। दो और बैंकों के कॉस्मॉस के साथ ही मर्ज होने के बारे में भारतीय रिजर्व बैंक की मंजूरी मिल चुकी है, डॉ. अभ्यंकर ने सूचित किया। उनमें से एक महाराष्ट्र में है जबकि दूसरा गुजरात में है, उन्होंने कहा।
उड़ीसा सरकार के सूत्रों का कहना है कि यूसीबी भुवनेश्वर पुणे आधारित कॉस्मॉस सहकारी बैंक के साथ विलय के लिए घाटा, बुरा ऋण और अनावश्यक स्टाफ मुख्य रुप से जिम्मेदार रहे है।
उल्लेखनीय है कि उड़ीसा सरकार बैंक को खराब स्थिति से निकालने के प्रयास असफल रहा था।
डॉ. अभ्यंकर ने कहा कि निवेशकों और अन्य हितधारकों के वैध हितों की पूरी तरह रक्षा की जाएगा।
विशेषज्ञों का कहना हैं, कि भुवनेश्वर शहरी सहकारी बैंक को इस विलय से लाभ हो सकता है ।
i manmohan goyal, chairman of vaish coop. commercial bank, new delhi, am also agreed that ucb bhubaneshwar will be beneficial from this step. further, in my opinion, in the interest of investers and members, this is the good step taken by both the parties