इफको को अपने सभा स्थल विज्ञान भवन को बदलकर मानेकशॉ केंद्र दिल्ली के सेना छावनी क्षेत्र में जामा पड़ रहा है।
इफको सहकारी 4 और 5 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय वर्ष (आईवायसी 2012) की पूर्व संध्या पर एक सहकारी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कर रहा है, इस समारोह में 17 देशों से 1300 प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद हैं, उद्घाटन के लिए राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने सहमति दे दी है।
इफको के सूत्रों का कहना है कि निमंत्रण पहले से ही बाहर भेज दिया गया है और अंतिम मिनट में स्थल के इस बदलाव से प्रतिभागियों को असुविधा हो सकती है।
इफको ने विज्ञान भवन को पहले से ही अपने सम्मेलन के लिए बुक कर लिया था।
सरकार में सहकारी समितियों के प्रति घटते सम्मान के कारण ही इफको को सेना छावनी क्षेत्र में अपने को स्थानांतरित कर लिया है।
अंतर्राष्ट्रीय सहकारी सम्मेलन सहकारी उद्यम एक बेहतर दुनिया बनाएँ विषय पर हो रहा है।
इस बीच, इफको बड़े पैमाने पर सम्मेलन की तैयारी कर रहा है, सम्मेलन के बारे में भारतीय सहकारिता डॉट कॉम से बात करते हुए सहकारी विकास इफको निदेशक डॉ. जीएन सक्सेना ने कहा कि देश से बड़ी संख्या में प्रतिनिधी सम्मेलन में भाग लेंगे।
पाठकों को याद होगा कि वर्ष 2012 को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सहकारी अंतर्राष्ट्रीय वर्ष घोषित किया गया है, सम्मेलन सहकारी आंदोलन के प्रति हमारा एक छोटा सा योगदान होगा, डॉ. सक्सेना ने कहा।