बारिश की अवधि भारत में शुरू हो गई है और देश के गेहूं स्टॉक के समक्ष गंभीर समस्या खड़ी है, एक अनुमान के मुताबिक खुले में पड़े आधा दर्जन मिलियन टन से अधिक गेहूँ बरसात के मौसम के दौरान नष्ट हो सकता है।
सरकार बनावटी चिंता दिखा रही है और कहा जा रहा है कि वह सुरक्षित स्थानों पर अनाज के इस विशाल राशि को स्थानांतरित करने के कदम पर विचार कर रही है, यह समस्या पुरानी है बावजूद हर वर्ष ठोस कदम उठाने के बाद भी संकट से सुरक्षा नही मिल पाती है।
सरकार ने भारतीय खाद्य निगम से कहा है कि देश में सहकारी चीनी मिलों में उपलब्ध जगह का भंडारण के लिए इस्तेमाल करें।
इसके अलावा, सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली और खुले बाजार के माध्यम से अतिरिक्त अनाज को वितरित कर मौजूदा भंडारण सुविधाओं पर दबाव कम करने की कोशिश करेगी।