मिलावटी दूध पर आजकल पूरे देश में चर्चा हो रही है. प्रमुख दूध कंपनियों के बारे में भी शिकायतें मिली हैं. जनता में संदेह फैलने के मद्देनजर प्रमुख दूध उत्पादक अमूल ने नमूने की जाँच के लिए मोबाइल वैन उपलब्ध कराने का फैसला किया है.
अमूल के अध्यक्ष रामसिंह परमार के अनुसार इससे मिलावट की रोकथाम के प्रयासों को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी.
अमूल के अन्तर्गत हजार से अधिक ग्रामीण सहकारी समितियॉ गुजरात के विभिन्न जिलों में बिखरी हुई हैं. मोबाइल वैन की मदद से अमूल आसानी से मिलावट पर नजर रख सकता है.
सूत्रों का दावा है कि मोबाइल वैन में नवीनतम प्रौद्योगिकी वाले यंत्र लगे हैं जिनसे जांच करना बहुत आसान है. इससे पता चलता है कि अमूल को अपने ग्राहकों के बारे में कितनी चिन्ता है.