अर्थतत्व मल्टी स्टेट क्रेडिट सहकारी सोसायटी लिमिटेड
चंदन साहू
सर,
कृपया अर्थतत्व मल्टी स्टेट क्रेडिट सहकारी सोसायटी लिमिटेड में सुरक्षा के निवेश के बारे में जानकारी दे।
आईसी नाईक
किसी भी सहकारी संगठन में निवेश करना बैंक की तुलना में ज्यादा जोखिम भरा होता है, जहां एक लाख के ऊपर जमा गारंटी दी जाती है।
रजाक जंकवाला
मैं एक्सवाईजेड बैंक में निर्वाचित किया गया था लेकिन चुनाव के पहले ऋण के संबंध में सवाल उठाया गया। उनका कहना है कि “बैंक के निदेशक या उसके रिश्तेदारों के नाम किसी भी प्रकार का ऋण नही होना चाहिए।”
मेरी जीत को खारिज कर दिया और उन्होने उधारकर्ताओं के नाम की सूची से युक्त एक पत्र जारी किया और कहा कि मेरी बहन के पति एक मामले में गारंटर थे।
उन्होंने जोर देकर कहा कि मुझे वार्षिक आम बैठक से पहले संपूर्ण ऋण का भुगतान करने के साथ गारंटर भी बदलना होगा, अन्यथा वे निदेशक के रूप में मुझे अयोग्य घोषित कर देंगे।
बाद में उन्होने बाहर करने की धमकी दी और मैंने अपनी पोस्ट खो दी। क्या यह एक निष्पक्ष दृष्टिकोण है? कृपया मुझे इस मुद्दे पर मौजूदा नियमों की जानकारी प्रदान करें?
धन्यवाद
सीए रजाक जंकवाला
आई सी नाईक
निरर्हताओं से संबंधित सोसायटी के उपनियम कानून सूचीबद्ध हैं, तो आप इन उपनियम को चेक करें।
बहु राज्य सहकारी समितियों के लिए आवश्यक दस्तावेज
प्रसन्ना
प्रिय महोदय,
यह मल्टी स्टेट सहकारी समिति की पंजीकरण प्रक्रिया के संबंध में है। मैंने आपकी वेबसाइट को देखा और मुझे खुशी है कि आप मुझे एमएससीएस सोसायटी के लिए दस्तावेजीकरण पूरा करने में मदद करेंगे। मेरे कुछ प्रश्न इस प्रकार हैं-
किसी सोसायटी का बहुराज्य सहकारी सोसायटी अधिनियम 2002 के तहत पंजीकृत होना आवश्यक क्यों है?
यदि हाँ, तो किस प्रमाणपत्र की जरूरत है?
यदि आप दस्तावेजों की स्कैन कॉपी भेज सकते हो तो एक बड़ी मदद हो जाएगी।
मैं आपके सहयोग और समर्थन की प्रतीक्षा कर रहा हूँ।
सादर,
प्रसन्ना कुमार पटनायक
अमलपाडा सड़क, फूलबनी
कंधमाल, उड़ीसा – 762001
आई सी नाईक
1. एक पंजीकृत सोसायटी के कई फायदे है। निगमित निकाय जो कि चिर उत्तराधिकारी होने के लिए पंजीकृत एक आम सील होती है, संपत्ति को रखने, प्राप्त और निपटान करने, दोनों चल और अचल, अनुबंध करना, कानूनी कार्यवाही करना और फिर उसके लिए लड़ना और अन्य कानूनी कार्यवाही और सभी चीजें करना जो इस उद्देश्य लिए आवश्यक बातें हैं।
2. उप खण्ड बी, सी और डी बहुराज्य सहकारी सोसायटी की धारा 7 की अधिनियम, 2002 में कोई प्रमाण पत्र जारी नही किया जाता है। हालांकि वह कोई भी व्यक्ति का हो सकता है जो केन्द्रीय रजिस्ट्रार की संतुष्टि के लिए प्रमाण पत्र की सामग्री की त्रुटिहीनता को साबित कर सकता है।
(बी) प्रस्तावित बहु राज्य सहकारी समिति की बुनियादी शर्त यह है कि वह एक से अधिक राज्य में सदस्यों के हितों की रक्षा करें।
(सी) उपनियम कानून से अपने सदस्यों के स्व-सहायता और सहकारी सिद्धांतों के अनुसार आपसी सहायता के माध्यम से सामाजिक और आर्थिक सहायता प्रदान करते हैं;
(डी) प्रस्तावित उप-कानून इस अधिनियम के प्रावधान और नियमों के विपरीत नहीं हो सकते है।
3. कैसे प्रस्तावित बहु राज्य सहकारी सोसायटी को एक व्यवहार्य इकाई बनाने की उचित संभावनाएँ है? सोसायटी किन प्रयोजनों के लिए पंजीकृत की जा रही है यह हर सोसायटी का दूसरी सोसायटी से भिन्न मामला होता है।