उड़ीसा के कृषि मंत्री ने आरोप लगाया है कि उड़ीसा के किसानों को खरीफ सीजन के दौरान पर्याप्त उर्वरक की आपूर्ति नही की जा रही है।
उर्वरकों की बहुत ज्यादा कमी है और केन्द्रीय सरकार द्वारा इस पर ध्यान नही दिया जा रहा है जिसके कारण किसान कई कठिनाईयों का सामना कर रहे हैं, मंत्री ने कहा।
ओडिशा राज्य ने केंद्र पर जान-बूझकर उर्वरक की कमी करने का आरोप लगाया है। राज्य में इस महीने के अंत तक सत्तर हजार मीट्रिक टन उर्वरक की जरूरत है, लेकिन केंद्र सरकार से राज्य की जरूरतों को पूरा करने का कोई संकेत नहीं मिल रहा है।
सूत्रों का कहना है कि रासायनिक उर्वरकों की कीमतें काफी ज्यादा हैं, ओडिशा के किसान यूरिया का उपयोग कर रहे हैं, जो कि अपेक्षाकृत सस्ते है।
लेकिन यूरिया की भी राज्य में आपूर्ति नहीं की जा रही है, केंद्रीय सरकार इस मामले में राजनीति खेल रही है, सूत्रों ने कहा।
इससे पहले उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र में उर्वरक की कीमतों में संशोधन और उर्वरकों की पर्याप्त आपूर्ति का सुझाव दिया था, लेकिन उनकी बात को अनसुना कर दिया गया।
इस बीच ओडिशा सरकार बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार से निपटने और उर्वरकों के वितरण में कालाबाजारी रोकने की कोशिश कर रही है और जिसके लिए पहले से ही व्यापारियों और उर्वरक एजेंसियों के खिलाफ कार्यवाही की गई है।