राज्य की छल कपट और अपनी ही कुछ हरकतों का शिकार होकर आखिरकार रामचंद्र मुले बाहर हो गए।
भाजपा के विधायक सुभाष फलदेसाई के बड़े भाई उल्हास फलदेसाई ने मुख्यमंत्री की मदद से शीर्ष पद हासिल कर लिया जिसके लिए उन्होने मुले के वफादारों को सफलतापूर्वक अपने पक्ष में कर लिया।
एवेलिनो मार्कस डीसिल्वा को बैंक का उपाध्यक्ष चुना गया।
हाल ही में सरकार ने गोवा राज्य सहकारी बैंक के निदेशक मंडल से बैंक पर से नियंत्रण छीन लिया था परिणामस्वरूप फिर से चुनाव का विवाद उभर गया था। सरकार द्वारा समर्थित उम्मीदवार भाजपा विधायक फलदेसाई ने शुरू में बैंक के अध्यक्ष रामचंद्र मुले के नेतृत्व में पैनल से हार गए थे।
प्रेस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर परिकर ने दावा किया है, कि निर्वाचित सदस्यों का पूर्ण बहुमत उन्हें मिला हैं और बैंक के फिर से नए सिरे से शुरु होने की आशा जताई। परिकर ने नए निदेशक बोर्ड को अपने पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। निवर्तमान मुले के नेतृत्व में प्रबंधन भ्रष्ट था और घोर अनियमितताओं में लिप्त था। निवर्तमान प्रबंधन के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी, परिकर ने कहा।
मतदान के एक घंटे के बाद ही स्थिति में अचानक परिवर्तन हुआ और मुले के निर्वाचित समर्थकों में से कुछ के मन बदल गए और उन्होंने फलदेसाई को समर्थन करके मुले को सत्ता से उखाड़ फेंका।
राज्य में गोवा राज्य सहकारी बैंक सहकारी क्षेत्र का आधार है। बैंक का दावा है कि बैंक में कुल जमा राशि 11000 करोड़ रुपये है।