रॉक फास्फेट एक कच्चा माल है जो कि डीएपी के उत्पादन के लिए आवश्यक है और भारत इसका 90 प्रतिशत आयात करता है।
लेकिन यह बेहद महंगा पड़ रहा है, भारत सरकार गंभीरता से इस समस्या के समाधान को तलाश रही है।
सरकार समस्या का विस्तृत विश्लेषण करने के लिए कार्यदल का गठन किया।
ग्रुप ने उजबेकिस्तान और जॉर्डन में जमा खनिज के अधिग्रहण के लिए सार्वजनिक और निजी कंपनियों के लिए एक संघ का सुझाव दिया है।
ग्रुप ने इस उद्देश्य के लिए 1,000 करोड़ रुपये का फंड बनाने का तर्क दिया है। भारत सरकार के रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह सब संसद के निचले सदन में कहा।
सरकार पहले से ही सोवरेन वेल्थ फंड (एसईएफ) की स्थापना के लिए अवधारणा पत्र को तैयार करने मे लगी हुई है ताकि कई देशों से उर्वरक और ऊर्जा परिसंपत्तियों को प्राप्त किया जा सके।
42 सदस्यों का यह ग्रुप भारत सरकार से 5 अरब अमरीकी डालर का कोष बनाने के लिए आग्रह किया है।