वर्ष 2011-12 में हरियाणा में सहकारी चीनी मिलों का प्रदर्शन किसी भी मानक से उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने गन्ना किसानों को अब तक 716.47 करोड़ रुपए का भुगतान किया है।
एक अनुमान के मुताबिक, दस चीनी मिलों ने 316 लाख क्विंटल गन्ने के लिए उक्त राशि का भुगतान किया है।
सूत्रों का दावा है कि हरियाणा राज्य किसानों को उच्चतम गन्ना दरों का भुगतान करती है। पहली फसल के लिए प्रति क्विंटल 231 रुपए की राशि का भुगतान किया जाता है। हरियाणा प्रति क्विंटल गन्ने की कीमत का भुगतान करने के मामले में देश में तीसरे स्थान पर है, सूत्रों का कहना है।
सूत्र वर्तमान सरकार के लिए दावा कर रहे हैं कि हरियाणा में पिछले सात साल में गन्ने के मूल्य में 114 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आई है। इसने पिछले सभी रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है।
हरियाणा गन्ना खेती के विकास के लिए विशेष कार्यक्रम शुरू कर रहा है। 2012-13 के लिए 33 करोड़ रुपए से अधिक आवंटित किया जा रहा है। राज्य सरकार चीनी मिलों के आधुनिकीकरण और ऊर्जा उत्पादन की भी योजना बना रही है।