भारत के दौरे पर आए आईसीए के महानिदेशक चार्ल्स गुल्ड ने गुरुवार को नई दिल्ली में भारत के शीर्ष सहकर्मियों के साथ एक बैठक में बतौर व्यवहार्य मॉडल सहकारी समितियों के ब्रांडिंग पर जोर देने की बात कही।
ऐसी स्थिति हो जहां हम सुबह में जब अखबार खोलें तब कहे कि सहकारी मॉडल इस सफल उद्यम के मूल में निहित है।
हमको मेहनत करनी है ताकि मीडिया दुनिया भर में सहकारी समितियों द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना करें, श्री गुल्ड कहा। उन्होंने दोहराया कि सहकारी वर्ष में ब्रांडिंग का सबसे ज्यादा महत्व है।
उन्होंने बताया कि कनाडा के क्यूबेक सिटी सहकारी सम्मेलन अक्टूबर के शुरू में आयोजित किया गया और कहा कि व्यापार प्रासंगिकता की वजह से वह एक अलग अनुभव था। व्यापार और सफलता एक सच्चे सहकारी के मूल में हैं।
उन्होंने कहा कि सहकारी समितियाँ वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने 300 सफल सहकारी समितियों की चर्चा कि जो उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण मशहूर है और इस प्रतिष्ठित सूची में आने के लिए इफको को बधाई दी।
श्री गुल्ड ने अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष को एक अंत बिंदु के रूप में लेने के खिलाफ चेतावनी दी है बल्कि इसे सहकारी क्षेत्र के लिए एक नए भविष्य की शुरुआत के रूप में देखा जाना चाहिए। हमें इसे एक सहकारी दशक तक विस्तार करने और सहकारी 2020 तक इसे वैश्विक केंद्र स्तर पर होना चाहिए, उन्होंने कहा।
गुल्ड ने सहकारी समितियों के लिए एक उज्जवल भविष्य भी देखते है, क्योंकि वर्चुअल सोशल साइटों से स्पष्ट है कि अगली पीढ़ी का व्यापक सहयोग की ओर झुकाव है।
इस अवसर पर उपस्थित शीर्ष सहकर्मियों में एनसीयुआई अध्यक्ष चन्द्र पाल सिंह, नेफेड अध्यक्ष बिजेन्दर सिंह, नेकॉफ अध्यक्ष रामइकबाल सिंह शामिल थे।
इफको के जी एन सक्सेना, फिशकॉपफेड और एनएफसीएल के प्रबंध निदेशक, नेफकब के कुछ अधिकारी भी उपस्थित थे। एनसीडीसी, नेफेड और एनसीसीएफ के प्रबंध निदेशक की त्रिमूर्ति जो सभी आईएएस अधिकारी है भी गुल्ड की बात सुनने के लिए मौजूद थे।