एक महान स्वतंत्रता सेनानी और पुडुचेरी में एक राजनीतिक दिग्गज वेंकटसुभा रेड्डियर को उनकी 103 वीं जयंती पर याद किया गया।
रेड्डियर को पुडुचेरी राज्य में सहकारी आंदोलन को शुरू करने का श्रेय दिया जाता है।
पुडुचेरी के मुख्यमंत्री सहित कई राजनीतिक गणमान्य व्यक्तियों ने इस महान सहकार्मी की प्रतिमा पर फूल चढ़ाए।
वी. वेंकटसुभा रेड्डियर की 1982 में मृत्यु हो गई थी वह पांडिचेरी के संघ शासित क्षेत्र (पुडुचेरी) के दुसरे और चौथे मुख्यमंत्री थे। वह पुडुचेरी के पहले भारतीय मुख्यमंत्री थे, वह एक बहुत अमीर कृषि परिवार में मदुकरई, पांडिचेरी में पैदा हुए थे।
निस्संदेह वेंकटसुभा रेड्डियर एक ईमानदार व्यक्ति थे और जिन लोगों से उनके राजनीतिक विचारों में मतभेद थे वह भी उनकी नम्रता और दयालुता के कायल थे। पांडिचेरी और पूरे भारत भर में सभी के द्वारा उनका सम्मान किया जाता है।
फ्रांसीसी शासन से पांडिचेरी को आजाद कराने के लिए उनके बलिदान और संघर्ष को पांडिचेरी के इतिहास में याद किया जाता है।
वह व्यक्तिगत रूप से या राजनीतिक तौर पर किसी से भी द्वेष नही रखते थे। वह एक उत्कृष्ट सहकार्मी थे।