पुलिस का कहना है कि दो व्यक्तियों ने महाराष्ट्र के ठाणे स्थित शताब्दी महिला सहकारी बैंक से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कारों को खरीदने के लिए 1.30 करोड़ रुपये का ऋण प्राप्त किया।
प्रारंभ में उन्होंने समय पर ऋण की किश्तों का भुगतान किया लेकिन बाद में चुकाना बंद कर दिया। बैंक ने शक के आधार पर उनके द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों की पुन: जाँच किया। सभी दस्तावेज जाली और अवैध निकलें।
सभी महिला सहकारी बैंक की शिकायत पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दोनों ऋणी को गिरफ्तार करने के लिए तलाशी शुरू कर दी है।