महाराष्ट्र के नागपुर में चैतन्यवादी शहरी सहकारी समिति 50 लाख रुपये के घोटाले से क्षतिग्रस्त है।
सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार प्रभागीय के लेखा परीक्षक ने इस संबंध में स्थानीय पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई है।
कुल मिलाकर सहकारी समिति की 4 महिलाओं सहित 15 पूर्व निदेशक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उनके ऊपर ऋण और जमाकर्ताओं के संवितरण में प्रतिबद्ध अनियमितताओं का आरोप है। उन्होंने मानदंडों और प्रक्रियाओं के प्रति उपेक्षा दिखाई है।
आरोपी कुछ फर्जी दस्तावेजों के साथ खुद को ऋण का लाभ और अन्य लाभ उठाने के आरोप में भी लिप्त है। पुलिस जांच प्रगति पर हैं लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
सूत्रों का कहना है कि राज्य में सहकारी निकायों के गिरते ग्राफ के कारण सहकारी समितियों के कुछ सदस्यों को कुप्रबंधन और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के संबंध में हाल ही में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने में सक्रिय किया गया है।