गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) के प्रबंध निदेशक आर.एस. सोढ़ी ने अपनी कंपनी द्वारा गुजरात और गुजरात के बाहर विस्तार कार्यक्रम के लिए नई योजना बनाने की बात कही है।
जीसीएमएमएफ जल्द ही गुजरात में प्रति दिन 148 लाख लीटर से 160 लाख लीटर दूध उत्पादन करने की ओर अग्रसर है। इस लक्ष्य को पूरे राज्य में अनेक क्षेत्रों में नए डेयरी फार्मों की स्थापना के माध्यम से पूरा किया जाएगा, श्री सोढ़ी ने कहा।
गुजरात में सहकारी दृश्य से परिचित एक सूत्र ने बताया कि गुजरात के सहकारी टाइटन अगले कुछ साल में अपनी क्षमता का विस्तार करने के लिए लगभग 3000 करोड़ रुपए निवेश करने पर ढृढ़ है।
डेयरी कंपनी ने हाल ही में मदर डेयरी में सैकड़ों करोड़ों रुपए का निवेश किया है और सफलतापूर्वक दिल्ली, कानपुर, मुंबई, लखनऊ और कोलकाता में दूध का विपणन किया है।
श्री सोढ़ी के मुताबिक राज्य में बड़े पैमाने पर सूखे के बावजूद गुजरात में दूध की मांग में लगातार वृद्धि हुई है। डेयरी सहकारी महासंघ बढ़ रही मांग को पूरा करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा, श्री सोढ़ी ने दावा किया।
श्री सोढ़ी भारत सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यूरोपीय संघ भारत से अनुचित रियायतें निकालने पर लगा हुआ है। श्री सोढ़ी ने कहा कि यूरोपीय संघ बिना किसी प्रतिबंध के भारतीय बाजार पर अपने सभी उत्पादों को बेचने में लगा है, जबकि भारत को अपने बाजार के लिए किसी भी उपयोग की अनुमति नही देती है।
श्री सोढ़ी ने यूरोपीय संघ के प्रतिबंधात्मक व्यापार के रवैया को भारतीय किसानों की प्राथमिक हितों के लिए हानिकारक बताया है। एमडी ने इससे पहले सरकार को एक पत्र भेजा है जब भारत एफटीए के संदर्भ में यूरोपीय संघ के साथ बातचीत कर रहा है।
श्री सोढ़ी ने हाल ही में अहमदाबाद में एक सम्मेलन के मौके पर पत्रकारों के साथ बातचीत कर रहे थे।