तमिलनाडु में एक सहकारी समिति के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार ने निर्वाचन अधिकारी के लापता होने का मामला मद्रास उच्च न्यायालय में दर्ज कराया है। जब वह सत्यापन के लिए अपना नामांकन पत्र प्रस्तुत करने के लिए गए थे, तभी से संबंधित निर्वाचन अधिकारी लापता है।
याचिकाकर्ता के स्थानीय पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने का भी कोई लाभ नहीं हुआ क्योंकि चुनाव अधिकारी का अभी तक कोई पता नही चला है।
याचिकाकर्ता का आरोप है कि उसके प्रतिद्वंद्वी ने उन्हें गुप्त स्थान में रहने के लिए मजबूर कर दिया है और उन्हें बाहर निकालने की स्वतंत्रता की अनुमति नहीं दी जा रही है। उन्होंने अदालत से कहा है कि अधिकारी को अवैध कारावास से बचाया जाय।
घटना तमिलनाडु के मदुरै में दर्ज कराई गई है। सूत्रों का कहना है कि वर्तमान में राज्य में पांच चरण में सहकारी चुनाव में अनेक धांधलियाँ हो रही हैं।